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ग्रामीण क्षेत्रो में सामुदायिक सद्भाव एवं शांति बनाये रखने, उन्हें आत्मनिर्भर और अनुशासित, आत्म सुरक्षा और अपराधो को रोकने के लिए वर्ष 1947 में प्रांतीय रक्षक दल का गठन किया गया | वर्ष 1952 में भौतिक संस्कृति परिषद् का प्रांतीय रक्षक दल में विलय कर दिया गया जिसके फलस्वरूप ग्रामीण खेल कूद, जिम के माध्यम से शारीरिक विकास एवं और युवा आन्दोलन के सुदृढीकरण का कार्य प्रारंभ किया गया |

ग्रामीण युवाओ के समग्र विकास के लिए निदेशालय द्वारा निम्नलिखित योजनाये संचालित की जा रही है :

  1. खेल कूद हेतु अवस्थापना सुविधाओ का सृजन एवं ग्रामीण युवको के शारीरिक, मानसिक और नैतिक चरित्र का खेल कूद का आयोजन के माध्यम से विकास।
  2. ग्रामीण युवको को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सांस्क्रतिक कार्यक्रमों का आयोजन।
  3. प्रांतीय रक्षक दल का सशक्तिकरण।
  4. जनसेवाओ के सम्बन्ध में जागरूकता।

हम आपके सहयोग के लिए हमेशा उपलब्ध हैं!
योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने हेतु हमसे संपर्क करें

हेल्प डेस्क नंबर +91-9005604448